भागवत कथा में ध्रुव चरित्र और प्रहलाद की भक्ति का वर्णन

भागवत कथा में ध्रुव चरित्र और प्रहलाद की भक्ति का वर्णन



भक्ति ज्ञान के बिना न तो वैराग्य मिल सकता है और न मोक्ष-पंडित रविशंकर तिवारी




सीहोर। शहर के कस्बा स्थित प्राचीन हनुमान फाटक पर जारी सात दिवसीय भागवत कथा के दूसरे दिन कथा वाचक पंडित रवि शंकर तिवारी ने कहा कि राजा परीक्षित को मोक्ष पाने के लिए भागवत कथा सुनने को विवश होना पड़ा। हमारे संस्कार हमें अपने सत्कर्म की ओर ले जाते है। उन्होंने कहा कि प्रभु की भक्ति मिल जाए तो वैराग्य पाना आसान हो जाता है।
 रविवार को कथा के दूसरे दिन कथा वाचक श्री रविशंकर तिवारी ने कहा कि मनुष्य का जीवन हमेशा संघर्ष का रहा है। जीवन में सुख और दुख आते जाते है। इनको लेकर कभी परेशान नहीं होना चाहिए। हम जैसा बीज बोएंगे, वैसा ही पौधा उत्पन्न होगा। संस्कार ही सबसे बड़ी पूंजी है। आज का समाज आधुनिकता की अंधी दौड़ में उसके पीछे भागा चला जा रहा है। बड़े-बुजुर्गों में जो संस्कार रहेंगे वही आने वाली पीढ़ी में भी आएंगे।



आज किया जाएगा नरसिंह अवतार और प्रहलात की भक्ति का वर्णन



शहर के कस्बा स्थित हनुमान फाटक पर जारी सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन सोमवार को धु्रव चरित्र, प्रहलाद चरित्र और श्री नरसिंह अवतार का वर्णन किया जाएगा। भागवत कथा दोपहर साढ़े बारह बजे से शाम साढ़े चार बजे तक जारी रहती है। कथा के दौरान युथ क्लब के सदस्यों ने अतुल तिवारी, प्रवीण तिवारी अंगद शर्मा राजीव चौहान केवी वर्मा हरीश जोशी दीपक पुरोहित शुभम राठौर उमेश परमार प्रखर प्रखर तिवारी प्रदीप आहूजा जगदीश देशमुख महेश नाथ जितेन नागर आनंद तिवारी भूपेंद्र राठौर विजय त्यागी बंसीलाल महेश्वरी विपिन पोरवाल उमेश लोकेश नामदेव हरीश सीठा चंद शेखर थासनिया, अनूप दास, विनोद सानिया देवकरण वर्मा धर्मेंद्र धनगर नितेश सिंह विजय खेतवाल गोपाल शुक्ला प्रमोद पांडे राजेश भावसार दीपक पुरोहित रघुवीर सिंह चौहान अंगद शर्मा आदि ने कथा वाचक श्री तिवारी का सम्मान किया और आशीर्वाद ग्रहण किया।