ज्यादा नमक खाने से चेहरे पर जल्द दिखने लगेगा बुढ़ापा
नमक के बगैर स्वाद की कल्पना नहीं की जा सकती, लेकिन इसका ज्यादा सेवन बहुत खतरनाक हो सकता है। खासतौर पर जंक फूड में बहुत अधिक मात्रा में नमक होता है। एम्स के डॉ. अनुराग शाही के अनुसार, 'नमक हमारे स्वास्थ्य के लिए अत्यंत आवश्यक पोषक तत्व है। अक्सर हाई बीपी के डर से नमक के सेवन को कम करने की सलाह दी जाती है।"
विश्व स्वास्थ्य संगठन और सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, इन्सान को एक दिन में 5 ग्राम नमक खाना चाहिए, लेकिन सच्चाई यह है कि भारत में लोग इससे दोगुना यानी 10 ग्राम तक सेवन कर रहे हैं। इसके घातक परिणाम भुगतने पड़ रहे हैं। किडनी से जुडी बीमारियो और हार्ट अटैक के तेजी से बढ़ते मामलों के पीछे नमक का ज्यादा सेवन भी है। इस लिहाज से जंक फूड सबसे ज्यादा नुकसानदायक है, क्योंकि नमक की जितनी मात्रा एक दिन के लिए तय है, उतना कई बार जंक फूड का एक पैकेट ही शरीर में पहुंचा देता है।
एक दिन में कितना नमक खाना चाहिए-
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार, एक आम इन्सान को एक दिन में करीब 4000 से 5000 मिली ग्राम से अधिक नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। यानी एक दिन में एक चम्मच नमक (करीब 4-5 ग्राम) पर्याप्त होता है। वहीं भारत में किए गए एक अध्ययन के अनुसार दिल्ली और हरियाणा में एक इन्सान एक दिन में औसतन 9 से 10 ग्राम नमक का सेवन करता है। वहीं आंध्रप्रदेश में यह आंकड़ा 10 ग्राम से अधिक पाया गया।
जानिए कितना नुकसानदायक है ज्यादा नमक-
ज्यादा नमक खाने से ब्लड प्रेशर बढ़ता है। यही ब्लड प्रेशर हार्ट संबंधी बीमारियों का कारण बनता है। जो लोग सीमित मात्रा में नमक खाते हैं, उनमें हार्ट की बीमारियों का खतरा 25 फीसदी तक कम होता है। ज्यादा नमक डिहाइड्रेशन का कारण बन सकता है। बेहतर होगा संतुलित मात्रा में नमक खाएं और खूब पानी पीएं। ज्यादा नमक का असर किडनी पर भी पड़ता है। इसका पहला लक्षण हाथ और पैरों में सूजन के रूप में सामने आता है।
खाने मे नमक कम है तो ऊपर से डालने से बचें। यह ऊपरी नमक स्वाद तो बढ़ा देगा, लेकिन सेहत को भारी नुकसान पहुंचा देगा। यह बिना पका नमक सर्कुलेटरी सिस्टम और नर्वस सिस्टम, दोनों को प्रभावित करता है। यही स्थिति बढ़े हुए ब्लड प्रेशर और हायपरटेंशन का कारण बनती है। वहीं खाना पकाते समय जब नमक पक जाता है, तब इसमें मौजूद आयरन पाचन में आसान हो जाता है।
ज्यादा नमक के कारण ब्लड प्रेशर का बढ़ना हड्डियों के लिए भी घातक होता है। हड्डियों में कैल्शियम की मात्रा कम होने लगती है। इससे ऑस्टियोपोरोसिस और अल्सर जैसी बीमारियां की आशंका बढ़ जाती है। ज्यादा नमक यानी शरीर में सोडियम की मात्रा बढ़ना जो दिमाग पर असर डाल सकती है। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, दुनियाभर में हर साल 9.8 मिलियन लोगों की मृत्यु हाइपरटेंशन और इससे होने वाली कॉम्प्लीकेशंस से हो रही हैं।
ज्यादा नमक इन्सान को जल्दी बूढ़ा बना सकता है। दरअसल, हाई ब्लड प्रेशर के कारण धमनियां कठोर हो जाती हैं। इसके कारण ब्लड और ऑक्सीजन के प्रवाह में कमी आती है। इसका असर यह होता है कि त्वचा सूखने लगती है और इसमें तेजी से झुर्रियां पड़ जाती हैं।
शरीर में नमक कम होना भी सही नहीं-
शरीर में नमक संतुलित मात्रा में होना चाहिए। डॉ. शाही बताते हैं, "यह एक गलत धारणा है कि हमें जितना संभव हो सके नमक का सेवन कम करना चाहिए। नमक की अत्यधिक कमी न केवल ब्लड प्रेशर को कम करती है बल्कि तंत्रिका कोशिकाओं की गतिविधि और दिल की मांसपेशियों और पाचन तंत्र में भी बाधा डालती है।" लोग "नमक" और "सोडियम" शब्दों का लगभग एक दूसरे के पर्यायवाची के रूप में उपयोग करते हैं। नमक सोडियम के समान नहीं है।
नमक एक प्राकृतिक खनिज है जो क्रिस्टल जैसा दिखता है। इसमें दो तत्व होते हैं; सोडियम और क्लोरीन। नमक में ये दो तत्व लगभग 40% (सोडियम) और 60% (क्लोरीन) के अनुपात में होते हैं। आपके द्वारा खाया गया नमक शरीर में सोडियम और क्लोराइड के घटकों में टूट जाता है। इसलिए जब कोई नमक की कमी के बारे में बात कर रहा होता है, तो वह आमतौर पर शरीर में सोडियम की कमी के कारण उत्पन्न हुए लक्षणों से संबंधित होता है।