भारत के लिए कैसा रहेगा वर्ष 2020
हिन्दू नववर्ष वैसे तो चैत्र मास की शुक्ल प्रतिपदा से शुरू होगा, लेकिन अंग्रेजी कैलेंडर में नया साल एक जनवरी से शुरू हो जाएगा। पौष शुक्ल षष्ठी सम्वत 2076 की मध्य रात्रि 12 बजकर एक सेकेंड पर 2020 का आगमन होगा। 2020 में राजा बुध और मंत्री मंगल रहेगा। बुधवार को नववर्ष प्रवेश होने से वर्ष 2020 का राजा बुध तथा प्रथम सक्रांति मकर सक्रांति मंगलवार को होने से मंत्री मंगल होंगे। बुधवार को पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में नववर्ष प्रवेश होने से पद्म योग बनता है जो सरकार के लिए शुभ लक्षण है।
राजनीतिक फलादेश: लग्नेश बुध चतुर्थ भाव में पंचग्रही योग बना रहा है जो सत्ता पक्ष का शुभ संकेत है। 14 दिसंबर से 15 जनवरी तक गुरु और शनि के साथ युति होने से देश में अराजकता का माहौल बना रहेगा, लेकिन धीरे-धीरे यह शांत हो जाएगा। नए एवं लोकहित कानून और योजनाओं से देश को लाभ होगा। सत्ता पक्ष और मजबूत होगा। विपक्ष को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। दशम भाव में मित्र क्षेत्री राहु होने से साम,दाम, दंड, भेद की नीतियों के चलते केंद्र सरकार अपनी योजनाओं को लागू कराने में सफल होगी।
आर्थिक स्थिति: 24 जनवरी को शनि धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करेंगे। गुरु का साथ छोड़ते ही देश में चल रही मंदी का असर कम होता जाएगा। वर्ष के अंत में जीडीपी में फिर से सुधार के संकेत मिलने शुरू हो जाएंगे। आर्थिक क्षेत्र में भारत विश्व में नई पहचान बनाएगा। नए उद्योग और लघु उद्योगों को गति मिलेगी। व्यापारिक स्थितियां तेजी से बदलेंगी। रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे तथा युवाओं को नवीन रोजगार प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।
प्राकृतिक स्थिति: इस वर्ष प्राकृतिक उथल-पुथल अन्य वर्षों से अधिक रहेगी। अतिवृष्टि या अनावृष्टि, हिमपात के चलते उत्तर भारत का जनजीवन प्रभावित होगा। भूकंप, चक्रवात की आशंकाएं कायम रहेंगी। मंगल तृतीय भाव में स्वराशि के होने से सड़क दुर्घटना में कमी आएगी, किंतु भारत और पाकिस्तान युद्ध की कगार पर होंगे। फरवरी 2020 तक कोई अप्रत्याशित घटना घट सकती है जो भारत और पड़ोसी देशों के लिए शुभ नहीं होगी। धातुओं जैसे सोना-चांदी आदि में गिरावट आएगी।
कुल मिलाकर 2020 का साल सबके लिए शुभ रहेगा। पद्म योग या कमल योग में नववर्ष का प्रवेश बहुत शुभ माना गया है। कुछ परेशानियों के बावजूद वर्ष 2020 गत वर्षों से बेहतर होगा।