दवा माफिया के खिलाफ जिला प्रशासन की कर्रवाई

दवा माफिया के खिलाफ जिला प्रशासन की कर्रवाई


 


 



नशे के रूप में प्रयोग होने वाली दवा का स्टॉक बरामद एक दुकान सील की गई


दवाओ के 8 से अधिक सेम्पल जांच के लिए


 


अनोखे लाल द्विवेदी


भोपाल : 


जिले में कलेक्टर तरुण पिथोड़े के निर्देश पर  दवा माफिया के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है आज कोलार क्षेत्र में तीन मेडिकल स्टोर  और इंद्रपुरी, ऐशबाग, और हर्षवर्धन नगर में एक- एक मेडिकल स्टोर पर छापामार कार्रवाई की गई,
जिसमें दवा के स्टॉक की जानकारी और नशे के रूप में प्रयुक्त हो सकने वाली दवाओं की भी जानकारी मांगी गई। 


दिलीप मेडिकल स्टोर पर नशे के रूप में प्रयुक्त होने वाली दवाइयों को छुपा कर रखा गया था उसका रिकार्ड भी उपलब्ध नहीं था ।


खरीदी और विक्रय के संबंध में ऐसी दवाओं  अल्परोज़ोलं टेबलेट, कोडीन कांटेंन ड्रग, क्लोनाज़ेपम टेबलेट  का रिकार्ड संधारित करना आवश्यक है इस पर ड्रग इंस्पेक्टर  रजनीश चौधरी ने कार्रवाई करते हुए दिलीप मेडिकल स्टोर कोलार  पर कोडिस्टर दवा की बोतलों को छुपा कर रखा हुआ था औऱ उसका रिकार्ड भी उपलब्ध नही था, इस पर दिलीप मेडिकल स्टोर को सील कर दिया गया है।



 ड्रग माफिया के खिलाफ जिला प्रसाशन, पुलिस और ड्रग विभाग ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए 6 दुकानों पर जांच की। इसी के साथ ही अन्य मेडिकल स्टोर पर नशीली दवाओं, के रिकार्ड की की भी जांच की गई। 



सभी मेडिकल स्टोर को समय-सीमा में अन्य दवाओं के रिकॉर्ड भी प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं इसके बाद उन पर कार्रवाई की जाएगी। रजनीश चौधरी ने बताया कि कलेक्टर   पिथोड़े में निर्देश पर ड्रग माफिया के खिलाफ अभियान शुरू किया गया है। इस संबंध में लगातार शिकायतें मिल रही थी कि नशे के रूप में प्रयोग हो सकने वाली दवाओं के अवैध बिक्री की जा रही है इससे नशा करने वाले उक्त दवाओं का प्रयोग करें नशा करते हैं जबकि उक्त दवाओं के संबंध में स्पष्ट निर्देश है कि ऐसी दवाओं को बिना डॉक्टर के लिखित पर्ची के नहीं दिया जा सकता है साथ ही विक्रय करने पर संबंधित व्यक्ति का रिकॉर्ड भी रजिस्टर में नाम और पता अंकित करना आवश्यक है इसके संबंध मे निरीक्षण के दौरान मेडिकल स्टोर रिकॉर्ड उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं इन मेडिकल स्टोर से 8 से अधिक दवाओं के सैंपल की जांच के लिए  गए हैं।