बिहार के शेयरचैट प्रयोक्ता ’भक्ति’ को देते हैं सबसे ज्यादा महत्व

बिहार के शेयरचैट प्रयोक्ता 'भक्ति' को देते हैं सबसे ज्यादा महत्व



“शुभकामनाओं” और “रोमंस व रिलेशनशिप” संबंधी कॉन्टेंट शेयर करने में भी दिलचस्पी रखते हैं


 


 


 



  • अधिकतर सैल्फी वीडियो बनाने का दिलचस्प ट्रैंड

  • बिहार के शेयरचैट यूज़र्स ने हिंदी व भोजपुरी में 8.75 करोड़ पोस्ट शेयरचैट से वॉट्सऐप पर शेयर की


 


पटना, 26 दिसंबर 2019: देश के सबसे बड़े क्षेत्रीय सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म  शेयरचैट ने आज बिहार संबंधी 2019 वर्षांत की 'यूज़र जैनरेटिड कॉन्टेंट' (यूजीसी) ट्रेंड्ज़ रिपोर्ट जारी की है। यह रिपोर्ट मुख्य यूजीसी रुझानों एवं विषयों के बारे में बताती है जिन्होंने साल 2019 के दौरान बिहार में हिंदी और भोजपुरी भाषाओं में ऑनलाइन चर्चाओं को आगे बढ़ाया है। इस रिपोर्ट में बाजार से आने वाले उन हजारों नए क्रिएटरों पर भी प्रकाश डाला गया है जिन्होंने इस साल इस प्लैटफॉर्म को जॉइन किया है, जो अपनी प्रतिभा दिखाकर मशहूर हुए और विस्तार किया।


 


'भक्ति' इस वर्ष ट्रैंड में सबसे ऊपर रही है, 19 प्रतिशत से ज्यादा प्रयोक्ताओं ने इसी विषय पर कॉन्टेंट बनाया या पोस्ट किया है। 'रोमांस और रिलेशनशिप' तथा 'शुभकामनाएं' दूसरे एवं तीसरे नंबर पर ट्रैंड कर रहे हैं, क्रमशः 13.80 प्रतिशत और 11.31 प्रतिशत कॉन्टेंट के साथ। बिहार की 20 प्रतिशत से अधिक पोस्ट भोजपुरी में और 80 प्रतिशत कॉन्टेंट हिंदी में है। बिहार के पुरुष सुबह 7 से 8 कॉन्टेंट पोस्ट करना पसंद करते हैं जबकि महिलाएं रात 8 से 10 बजे के बीच प्लैटफॉर्म पर ज्यादा सक्रिय रहती हैं।


 


सैल्फी वीडियो के यूजीसी में वृद्धि


जनवरी-दिसंबर 2019 शेयरचैट ट्रैंड्ज़ रिपोर्ट के अनुसार बिहार में 50 लाख यूजीसी क्रिएट किया गया और प्रयोक्ताओं ने 8.75 करोड़ से अधिक वॉट्सऐप शेयर किए, जो कि ऊपरी रुझान दिखाता है। बिहार के लोग शेयरचैट पर भक्ति व शुभकामनाओं से संबंधित छवियां पोस्ट करते हैं, 45 प्रतिशत से अधिक कॉन्टेंट इन्हीं विषयों पर बनाया गया है। हालांकि यूजीसी के तहत सैल्फी वीडियो की वृद्धि दिलचस्प है। प्रयोक्ता हास्यपूर्ण वीडियो बना रहे हैं, स्वयं के गाने रिकॉर्ड कर रहे हैं, डांस वीडियो बना रहे हैं, ऐसे 30 प्रतिशत यूजीसी क्रिएट किए गए हैं। इससे स्पष्ट जाहिर है कि शेयरचैट कैमरा फिल्टर्स व अन्य वीडियो फिल्टर्स (ऑडियो फिल्टर, फेस फिल्टर व टंग ट्विस्टर) का उपयोग बढ़ रहा है जिनसे लोगों को अपने स्मार्टफोन पर दिलचस्प वीडियो क्रिएट/रिक्रिएट करने में मदद मिल रही है। रोजाना लगभग 1000 घंटों के वीडियो इस प्लैटफॉर्म पर अपलोड हो रहे हैं जिनका औसत वीडियो प्ले समय 13 सैकिंड का है।


 


हज़ारों क्रिएटर प्लैटफॉर्म पर आ रहे हैं


इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि बिहार के विभिन्न क्षेत्रों जैसे जमुई व भागलपुर आदि से हजारों नए क्रिएटर प्लैटफॉर्म पर आए हैं, उन्होंने अपनी प्रतिभा दिखाई और इस क्षेत्र में बहुत ही मशहूर हुए।


 


2019 में बिहार के टॉप मूमेंट्स


बिहार के हैशटैग ट्रैंडिंग के विश्लेषण से खुलासा हुआ है कि यहां के लोग स्थानीय व राष्ट्रीय दोनों प्रकार के मुद्दों पर सक्रिय रहते हैं। यहां 2019 में शेयरचैट पर बिहार के टॉप 5 मूमेंट्स के बारे में बताया जा रहा है जिनकी वजह से 36000 यूनीक क्रिएटरों द्वारा 5 लाख कॉन्टेंट पोस्ट किए गए और प्लैटफॉर्म पर 30 लाख से ज्यादा प्रयोक्ता उनसे जुडे़ः-



  1. चुनाव 2019

  2. पुलवामा हमला, और शहीदों को श्रद्वांजलि

  3. छट पूजा 2019

  4. कांवड़ यात्रा

  5. होली 2019


 


बिहार ट्रैंड्ज़ रिपोर्ट पर शेयरचैट के चीफ बिज़नेस ऑफिसर श्री सुनील कामत ने कहा, ''बिहार में कॉन्टेंट की विविधता दिखती है जिसमें यहां की संस्कृति व परम्पराओं की समृद्धि, जीवन के प्रति विनम्र रवैया, यहां के लोग व समाज, भोजन के लिए प्रेम, धर्म व राष्ट्र के लिए प्यार झलकता है। बिहार और शेयरचैट के बीच तालमेल की वजह से यहां के लोगों का यह पसंदीदा प्लैटफॉर्म बन गया है, जहां वे निसंकोच स्थानीय स्तर पर अपनी प्रादेशिक भाषा में एक दूसरे से जुड़ते और संवाद कायम करते हैं। साल दर साल हम इस बाजार में बढ़ते आए हैं क्योंकि हम यहां के लोगों के दिल व नब्ज़ को समझते हैं तथा अपनी स्थानीय ऑडिऐंस से हम अच्छे से कनेक्ट करते हैं।“


 


उन्होंने आगे कहा, ''क्षेत्रीय भाषा के इस्तेमाल ने राजस्थान में यूजीसी के बर्ताव को प्रेरित किया है तथा जमीनी स्तर पर माइक्रो इंफ्लुऐंसर्स की वृद्धि को बढ़ावा दिया है। ब्रांडों ने अपनी ऑडियेंस की क्षेत्रीय भाषा में उनसे संवाद स्थापित करना शुरु कर दिया है जिससे बहुत ही निजीकृत ब्रांड अनुभव मिलता है जो कि प्रभावशाली होता है और उससे बेहतर परिणाम मिलते हैं।“


 


2019 में शेयरचैट पहली बार इंटरनेट इस्तेमाल करने वाले प्रयोक्ताओं की तादाद में वृद्धि का गवाह बना। उनकी प्रादेशिक भाषा उपलब्ध होने की वजह से वे सोशल मीडिया पर आए हैं तथा प्रादेशिक भाषाओं में बनने वाले यूज़र जैनरेटिड कॉन्टेंट में सक्रिय सहभागिता कर रहे हैं। इस वर्ष क्षेत्रीय भारतीय भाषाओं में प्रयोक्ताओं द्वारा बनाया गया कॉन्टेंट नए मुकाम पर पहुंचा है। शेयरचैट की 2019 वर्षांत ट्रैंड्ज़ रिपोर्ट-बिहार के अनुसार इमेज, वीडियो, जीआईएफ फॉरमेटों में 50 लाख से ज्यादा पोस्ट इस प्लैटफॉर्म पर आई हैं।


 


शेयर चैट के बारे में


शेयर चैट भारत का सबसे बड़ा क्षेत्रीय सोशल नेटवर्क है जो यूज़र्स को सुविधा देता है कि वे अपनी राय प्रकट कर सकें, अपने जीवन को रिकॉर्ड कर सकें तथा नए दोस्त बना सकें - और यह सब उनकी अपनी भाषा की सुविधा के साथ उपलब्ध है। भारत की इंटरनेट क्रांति को आगे बढ़ाते हुए शेयर चैट इंटरनेट पर परस्पर संवाद करने के तरीके को बदल रहा है। शेयरचैट की शुरुआत इस सोच के साथ हुई कि लोगों को सुविधाजनक डिजिटल स्पेस मुहैया कराया जाए, जो अपनी भाषा का इस्तेमाल करने के इच्छुक व पहली बार इंटरनेट इस्तेमाल करने वालों के लिए भी अनुकूल हो; जहां हर कोई अपने विचार, भावनाएं, मत व्यक्त कर सके और बगैर किसी सामाजिक भय या भाषाई बाधा के दोस्ती कर सकें। यह यूज़र जैनरेटिड कॉन्टेंट प्लैटफॉर्म 15 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध है जिनमें हिंदी, मलयालम, गुजराती, मराठी, पंजाबी, तेलुगू, तमिल, बंगाली, ओड़िया, कन्नड़, आसामी, हरयाणवी, राजस्थानी, भोजपुरी व उर्दू शामिल हैं।